एसटीएफ ने सबसे पहले सतना जिले के शस्त्र शाखा के अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज की.लायसेंस बनाने वाले व्यक्तियों की भी जांच की जा रही है.सतना के बाद अब एमपी के दूसरे जिले टारगेट पर हैं. इस फर्जीवाड़े से एसटीएफ को अवैध हथियारों और कारतूस की कालाबाजारी का इनपुट मिल रहा है.एसटीएफ एडीजी अशोक अवस्थी ने बताया कि बाकी जिलों में कार्रवाई के लिए सरकार से अनुरोध करेंगे.सभी जिलों के कलेक्टर ऑफिस में दस्तावेजों की जांच होने के बाद ही सत्यता सामने आएगी.सरकार की अनुमति मिलने के बाद सतना जिले के अलावा प्रदेश के दूसरे जिलों में भी कार्रवाई की जाएगी.
ऐसे किया फर्जीवाड़ा
1-शस्त्र लाइसेंस में बिना अनुमति के बिना विधि विरूद्ध सीमा क्षेत्र में वृद्धि की गई.2-अतिरिक्त शस्त्र खरीदने की स्वीकृति सक्षम अधिकारी से ली गयी.
3-बिना शासन के आदेश के कारतूसों की संख्या बढ़ा दी गयी.
4-दीगर प्रदेश के व्यक्तियों को लाइसेंस जारी किए गए.
5-दीगर प्रदेश जम्मू एवं कश्मीर के शस्त्र लाइसेंस का रजिस्ट्रेशन और रिन्यूअल सतना में कर दिया गया.
6-बिना इजाज़त शस्त्र लाइसेंस की दूसरी कॉपी तैयार कर ली गयी.